Prepaid एवं postpaid मैं क्या फर्क होता है? – COOKUPI

Prepaid एवं postpaid मैं क्या फर्क होता है?

Prepaid एवं postpaid मैं क्या फर्क होता है?

दोस्तों आज किस टाइम में प्रत्येक स्मार्ट फोन के अंदर सिम कार्ड तो उपलब्ध होती है। लेकिन क्या आपको पता है? कि जो सिम कार्ड आपके स्मार्टफोन के अंदर उपलब्ध है। वह कौन से टाइप की है? कहने का मतलब है प्रीपेड है या फिर पोस्टपेड है?दोस्तों अगर आप इनके बारे में नहीं जानते हैं। तो उसके बाद भी आपने बहुत बार पोस्टपेड एंड प्रीपेड जैसे शब्दों का नाम सुना होगा आमतौर पर हम अपने मोबाइल नंबर के लिए कोई रिचार्ज प्लांस चेक करते हैं। या फिर हम खुद ही अपने फोन से रिचार्ज करते हैं। तो इस टाइम पर यह सवाल आता है। कि आपका सिम कार्ड पोस्टपेड है या फिर प्रीपेड है? तो साथियों इस चीज के बारे में बहुत से लोगों को पता नहीं होता है। अगर आप भी इनके बारे में नहीं जानते हैं। तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़ें आपको संपूर्ण जानकारी पोस्टपेड एवं प्रीपेड के बारे में मिल जाएगी।

जानिए prepaid क्या है?

दोस्तों प्रीपेड शब्द को हम दो भागों में बांट सकते हैं। सबसे पहले तो pre का मतलब ‘पहले’ होता है। और paid का मतलब चुकाना यानी कि भुगतान करना होता है। तो इस प्रकार prepaid का हिंदी में मतलब ”पहले भुगतान करना” होता है।दोस्तों अगर हम आपको साधारण सी भाषा में समझाएं तो प्रीपेड सिम कार्ड का मतलब हमें इसके अंदर सबसे पहले भुगतान करके रिचार्ज करना होता है। और जब रिचार्ज हो जाता है।तो उसके बाद भी हम लोग कॉल मैसेज एवं इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं। और जैसे ही है रिचार्ज समाप्त होता है। तो उसमें से हम किसी भी सेवा का लुफ्त नहीं ले पाते हैं।

इसलिए सेवाओं को फिर से स्टार्ट करने के लिए मैं दोबारा रिचार्ज करना पड़ता है। सब कुछ हम इस प्रकार कह सकते हैं।कि प्रीपेड एक ऐसी सेम होती है। जिसमें हमें किसी भी सेवाओं को इस्तेमाल करने के लिए जैसे कि कॉल एवं मैसेज आदि के लिए सबसे पहले रिचार्ज करवाना पड़ता है।दोस्तों आमतौर पर जाकर लोगों के पास prepaid SIM card देखने के लिए ही मिलता है। इसीलिए अगर आप लोग एक आम यूजर हो तो फिर आपके मोबाइल में जरूर प्रीपेड सिम होगी अगर ऐसे में आपसे कोई पूछे तो आप यह बोल सकते हैं कि मेरी प्रीपेड सिम है।

Postpaid क्या है? पूरी जानकारी

दोस्तों पोस्टपेड का मतलब भी अलग अलग होता है। हम आपको यहां पर बता दें कि post का मतलब ”बाद में” और paid का मतलब ”भुगतान करना” होता है। साथियों अब हम आपको सीधी भाषा में बताएं तो पोस्टपेड का मतलब यह होता है।कि पहले आपको सेवाओं का लाभ उठाना पड़ता है।

फिर महीने के लास्ट में रिचार्ज खत्म हो जाने पर आपको उसमें भुगतान करना पड़ता है। दोस्तों अगर आप लोगों पोस्ट व्हाट्सएप चलाते हो तो फिर उसके अंदर प्रीपेड सिम की तरह पहले रिचार्ज करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। आपको उसके अंदर महीने या फिर साल में एक प्लेन को सेलेक्ट करना पड़ता है।

फिर इसके बाद आप लोग अनलिमिटेड कॉल मैसेज एवं इंटरनेट का लुफ्त उठा सकते हो और दोस्तों महीने के लास्ट में आपके द्वारा उपयोग की जाने वाली सभी सेवाओं का बिल तैयार हो जाता है। और जो प्लेन आपने सिलेक्ट किया था उसका भुगतान उसी के मुताबिक कर सकते हो दोस्तों पोस्टपेड के प्लांस जो महंगे होते हैं।

आप जितना लंबे समय का प्लान लेते हो तो आपको प्लान उतना ही ज्यादा सस्ता भी पड़ जाता है। और दोस्तों इस सिम कार्ड तो बड़े बड़े बिजनेसमैन एवं कॉल सेंटर द्वारा ही खरीदते हैं। दोस्तों उन्हें ही ऐसे प्लांस की जरूरत होती है। वैसे आम यूजर भी इस सिम का इस्तेमाल कर सकते हैं। मगर समय-समय पर इसके प्लांस में होते रहते हैं।

(1) दोस्तों वैसे प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों सेम ही देखने में जैसी लगती हैं। और इनकी फिजिकल स्ट्रक्चर मैं कोई भी फर्क देखने के लिए नहीं मिलता है।

(2) दोस्तों प्रीपेड सिम आम उपयोगकर्ताओं के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। इसके अंदर वह अपनी आवश्यकता अनुसार रिचार्ज करवा कर टेलीकॉम सेवाओं का लाभ उठा सकते हो हालांकि पोस्टपेड सिम उपयोगकर्ताओं के प्लांस काफी बड़े होते हैं। महीने के अंत में उपयोगकर्ता का पूरा बिल तैयार हो जाता है। फिर उसी के मुताबिक वह यूजर्स पेमेंट कर देता है।

(3) रिचार्ज खत्म हो जाने पर रिपीट सबके अंदर 5 या ₹10 का लोन भी लिया जा सकता है। मगर पोस्टपेड के अंदर हमें लोन लेने कि कोई भी आवश्यकता नहीं होती है।क्योंकि हम जितनी चाहे उतनी सेवा का इसमें लाभ ले सकते हैं।बस महीने के अंत में एक बार रिचार्ज करवाना होता है।

(4) प्रीपेड सिम के अंदर आम यूजर्स के लिए प्लांस काफी सस्ते पाए जाते हैं। मगर बिजनेसमैन आदमी के लिए इसमें प्लान काफी महंगे होते हैं। जो इस की अपेक्षा पोस्टपेड में इसका उल्टा हो जाता है। क्योंकि दोस्तों इसके प्लांस बिजनेस क्लासेस लोगों के लिए काफी अधिक सस्ते एवं अच्छे होते हैं।

(5) पोस्टपेड के अंदर हमें सभी प्रकार की डिटेल्स देखने के लिए मिल जाती है। जैसे कि कौन से नंबर पर कितने समय तक बात हुई है मगर प्रीपेड पिन कार्ड के अंदर यह सेवा देखने के लिए नहीं मिलती है। वैसे जिओ एवं एयरटेल यह दोनों सिम कार्ड अपने यूजर्स के लिए यह सेवा प्रदान करती हैं।

अंतिम शब्द

दोस्तों आज किस पोस्ट के अंदर हमने आपको postpaid और prepaid के बारे में बताया है। जिनके बारे में जानकर आपको काफी कुछ नया सीखने के लिए मिला होगा अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें साथ ही अपने सुझाव को कमेंट बॉक्स के अंदर जरूर दें धन्यवाद।

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